उत्तराखंड में उपस्थित गुफाएं एवं शिलाएँ Uttarakhand me upashit gufye (cave)

Vijay Sagar Singh Negi
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उत्तराखंड में उपस्थित गुफाएं एवं शिलाएँ Uttarakhand me upashit gufye (cave) 

नमस्कार दोस्तों उत्तराखण्ड  में कही ऐसे स्थान है जिसकी जानकारी लोगो को बहुत कम है  तथा ये स्थान पर्यटन के लिहाजे से बहुत विकास कर सकते है.
आज में एक ऐसी ही uttarakhand ki ek गुफा (Cave) के बारे आप सबको बताना चाहता हूँ तो चलिए शुरू करते है,सबसे पहले आपको ये बता दू की जो यहाँ पर भूण(Cave) का ज़िक्र हुआ है उसका मतलब है  ऐसी गुफा जो की जमीन के निचे बनी हो तथा जिसका सिर्फ ऊपर से निचे जाने का रास्ता हो ऐसी गुफा को गढ़वाली में Cave शब्द से जाना जाता है.

Uttarakhand ki  Cave of Bhunidhar भूणीधार की भूण  (गुफा) परिचय


टिहरी  गढ़वाल में पट्टी धारमंडल ग्राम सभा धारकोट में स्थित भूणीधार की भूण (गुफा) Uttarakhand Cave(Bhunidhar's Cave)  है,यह ग्राम सभा धारकोट से करीबन डेढ़ किलोमीटर ऊपर धारकोट के घनघोर जंगलों के बीच यह भूण Cave स्थित है जब आप लोग यहाँ जाओगे तो पैदल मार्ग में  ठंडी-ठंडी बांजो के पेड़ की चाव आपकी थकान दूर कर देता है.  इस जगह का नाम भूणीधार इसी  भूण + धार (Cave +edge) ( टॉप या शिखर )  कारण इस जगह का नाम यह पड़ा.

Cave भूण (गुफा) में उपस्थित चीजे

उत्तराखंड में उपस्थित यह गुफा (Cave)   लगभग 35-40 फुट गहरी है,इसमें जाने के लिए अकसर रासियो से बनी हुई सीढ़ियों का प्रयोग किया जाता है, यहाँ अंदर पहुचने पर मोबाइल के नेटवर्क काम करना बंद कर देते है.,एक रोचक बात यह भी है की , इस गुफा Cave के अंदर ऐसे पत्थर उपस्थित है.

 जो की पीतल के बर्तनो के सामान आवाज करते है,अगर आप इन पत्थरो को किसी चीज से प्रहार की कोशिश करोगे तो इनमे किसी बर्तन के समान ध्वनि सुनी देगी ऐसा शयद इस लिए भी होता होगा की यह गुफा जमीन निचे है यहाँ सूर्य की रौशनी की एक भी किरण नहीं पड़ती है यहाँ के पत्थर ऐसे पारदर्शी है की अगर आप टच की रोशनी को इन पत्थरो  के एक साइड लगाओगे.
 तो वह रौशनी दूसरी साइड दिखने लगाती है ये पत्थर भी एक शोध का विषय है,गुफा के अंदर ऐसी कला कृति में पत्थर लगे हुए है मानो किसी कारीगर ने गुफा में आकर इनमे जान पुक दी हो यहाँ मौजूद पत्थर सफ़ेद रंग के है जिसे यहाँ के स्थानीय लोग सफ़ेद शिवलिंग कहते है क्युकी इन पत्थरो की सरचना बिलकुल शिवलिंग की भांति है.
इस गुफा के अंदर ऐसे लगता है मानो किसी अलग ही दुनिया में आ गए हो इस गुफा में अंदर एक बड़ा सा हॉल जैसा है जो की वह पत्थरो के पीछे है इस गुफा में मानव व कई पशुओ की हाड़ियो के अवशेष है जो की शायद पुराने  समय में यहाँ  गिर गए होंगे तथा उनकी मौत हो गई होगी.  इस गुफा के अंदर बहुत सरे रास्ते पत्थरो के आ जाने की वजह से बंद हो गए है और यह बहुत से adventure समय-समय पर आते ही रहते है.

स्थानीय लोगो की कथये

  कहा जाता है की इस गुफ Uttarakhand Cave Bhunidhar का दूसरा मार्ग भागरथी नदी के तट पर है एक कथा के अनुसार 70-80 साल पहले घास को कटाने गयी महिलाओ ने एक छोटे बच्चे को इस गुफा में रसियो के जरिये उतरा था जब वह बालक गुफा के सतह  पर पहुंचने ही वाला था.
 तो वह रासि टूट गयी तथा वह उस छोटे बालक को छोटी सी चोट आयी जब उसे गुफा Uttarakhand Cave Bhunidhar से बाहर निकला गया तो उसकी तबियत खराब  हो गयी तब उस बालक की तबियत को सही करने के लिए इस गुफा में एक बकरी को उतरा गया ,कहा जाता है की वह बकरी भागीरथी नदी के किनारे से निकली.


कहाँ से पहुंचा जा सकता है

अगर आप लोगो को भी ऐसे स्थानों में घूमने व adventure का शौक है तो आप भूणीधार की भूण Uttarakhand Cave Bhunidhar में आकर यहाँ की खूबसूरती का लुतफ ले सकते है, यहाँ आने के लिए आपको ऋषिकेश से नई टिहरी से पीपलडाली से 27km  धारकोट ग्राम सभा में आना होगा.वह से लगभग 1.5 किलोमीटर दूरी पर यहाँ खूबसूरत व अलोकिक गुफा Uttarakhand Cave मौजूद है .


निष्कर्ष 

इस ब्लॉग में  आपको एक गुफा Uttarakhand Cave के बारे में बताया किन्तु ऐसी बहुत सी गुफएं Caves है, जो की अभी भी इस गुफा Cave की तरह छुपी हुई है न इन uttarakhand गुफाओ Caves की कोई शोध करता न ही इन्हे बढ़ावा देता है इसलिए हमे अपने स्थान में पायी जाने वाले ऐसे स्थानों को बढ़ावा देना चाहिए  जिससे यह रोजगार व पर्यटन बढ़े  व क्षेत्र का विकास हो



ब्लॉग पढ़ने के तहे दिल से शुक्रिया धन्यवाद