Computer Kya Hai?
आज के समय में कंप्यूटर एक ऐसा डिवाइस बन चुका है जिसका इस्तेमाल हर जगह होता है। कंप्यूटर के बिना की जिंदगी के बारे में हम सोच भी नहीं सकते। ऐसे में हर इंसान को कंप्यूटर के आम विषयों के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए।
वरना उसके जीवन में काफी दिक्कतें आ सकती हैं क्योंकि हमारी जिंदगी पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर डिपेंडेंट हुए जा रही है। जिसका कंप्यूटर एक बहुत बड़ा भाग है। ऐसे समय में अगर आपको कंप्यूटर की पर्याप्त जानकारी नहीं है तो आप पीछे छूट सकते हैं।
आज के इस आर्टिकल में हम कंप्यूटर के बारे में विस्तार से जानेंगे। कंप्यूटर नेटवर्क और सुपर कंप्यूटर जैसी चीजों पर भी गहन अध्ययन करेंगे।
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Computer Kya Hota Hai?
कंप्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसमें हम अपने जिंदगी के मुश्किल कामों को भी फुर्ती और बिना किसी गलती के कर सकते हैं।
कंप्यूटर में यूजर के द्वारा इनपुट डा1ला जाता है। यूजर जो भी इनपुट डालता है उसे कंप्यूटर के अंदर मौजूद सीपीयू प्रोसेस करता है और इसके बाद एक आउटपुट प्रदान करता है कंप्यूटर स्क्रीन पर। इसी तरीके से कंप्यूटर काम करता है।
कंप्यूटर का इस्तेमाल कई क्षेत्रों में देखा गया है जैसे कि बैक, स्कूल, रेलवे स्टेशन, कॉलेज इत्यादि। कंप्यूटर विश्व में इतना प्रसिद्ध इसलिए हो रहा है क्योंकि यह किसी भी काम को एक इंसान से 3 गुना ज्यादा बेहतर तरीके से करता है।
Computer Network Kya Hai?
Network का अर्थ होता है Connectivity। एक या एक से अधिक समान चीजें जुड़कर Network का निर्माण करती हैं।
बिल्कुल इसी तरह से जब एक या एक से अधिक कंप्यूटर या कंप्यूटर के कंपोनेंट एक दूसरे से जुड़ते हैं तो वह कंप्यूटर नेटवर्क का निर्माण करते हैं।कंप्यूटर से जुड़ी पाइल्स और मीडिया को इस Network के अंदर शेयर करना काफी आसान हो जाता है।
कई ऐसे तरीके हैं जिनके द्वारा हम कंप्यूटरों को आपस में जोड़ सकते हैं और उनका एक Network बना सकते हैं। इन तरीकों को Network Topology का नाम दिया गया है।
Network Topology दो प्रकार की होती है:- Physical Network Topology और Logical Network Topology
Physical Network Topology - Physical Network Topology के अंदर हम यह अध्ययन करते हैं कि उस नेटवर्क में प्रस्तुत हार्डवेयर को किस प्रकार से जोड़ा जाएगा।
Logical Network Topology - Logical Network Topology के अंदर हम डाटा के ट्रांसफर के बारे में पढ़ते हैं।
Super Computer Kya Hai?
Super Computer एक प्रकार का कंप्यूटर होता है जिसकी स्पीड एक जनरल कंप्यूटर के मुकाबले बहुत अधिक होती है।
1960 में दुनिया का सबसे पहला सुपर कंप्यूटर आया था। इस सुपर कंप्यूटर का नाम था Livermore Atomic Research Computer (LARC) जिसे UNIVAC द्वारा बनाया गया था US Navy Research and Development Center कि सहायता के लिए।
उस वक्त के बनाए गए इस सुपरकंप्यूटर में तेज गति वाले Drum Memory का इस्तेमाल किया गया था। जिसका प्रयोग आज भी Livermore Atomic Research Computer (LARC) में किया जाता है। आज के समय के अधिकतम सुपर कंप्यूटर में Disk Drive Technology का इस्तेमाल किया जा रहा है।
तेज होने की वजह से Super Computer काफी मुश्किल गिनती को भी कुछ मिली सेकंड में कर सकते हैं। इन्हें बनाने में हजारों प्रोसेसर का इस्तेमाल किया जाता है। विश्व का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर Sunway TaihuLight को बताया जाता है जिसका निर्माण चीन में किया गया था।
कुछ सुपरकंप्यूटर ऐसे भी हैं जिनका इस्तेमाल मनोरंजन और गेम खेलने के लिए भी किया जा सकता है। इनमें ग्राफिक्स की क्वालिटी बहुत ज्यादा अच्छी होती है। जटिल गेम और हाई एनिमेशन फिल्म को बनाने के लिए भी इनका इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन आज भी रोजमर्रा के काम करने के लिए हम पर्सनल कंप्यूटर का ही उपयोग करते हैं।
Hardware and Software
कंप्यूटर के दो भाग होते हैं: Hardware and Software। इन दोनों भागों के बिना कंप्यूटर सिर्फ एक डिब्बा बनकर रह जाएगा। आपका कंप्यूटर सही प्रकार से काम करें इसके लिए जरूरी है कि यह दोनों भाग साथ में जुड़े रहें।
Computer Hardware Kya Hai?
Computer के फिजिकल पार्ट को Hardware कहा जाता है। कंप्यूटर के इस पार्ट को आप छू भी सकते हैं और देख भी सकते हैं। डाटा इनपुट कराने का काम हम कंप्यूटर के इसी भाग से करते हैं।
Keyboard, Mouse, Printer यह सारे Computer Hardware के एग्जांपल है। Software का इस्तेमाल करने के लिए भी हमें Hardware की ही जरूरत पड़ती है।
Computer Software Kya Hai?
Computer का वह पार्ट जिसे हम छू नहीं सकते सिर्फ महसूस कर सकते हैं और देख सकते हैं उसे हम Computer Software कहते हैं। Computer Software को बड़े-बड़े Programmers द्वारा बनाया जाता है किसी एक निश्चित समस्या का हल निकालने के लिए।
आप जिस भी एप्लीकेशन को अपने कंप्यूटर में डाउनलोड करते हैं उसे किसी न किसी Programer के द्वारा आपके ही लिए बनाया गया होता है।
Computer Software तीन प्रकार के होते हैं: System Software, Application Software और Utility Software।
System Software :- System Software ऐसे Software होते हैं जिनका इस्तेमाल हम सिस्टम के अंदर करते हैं ताकि हार्डवेयर इसके साथ सिंक्रोनाइज हो सके। System Software के उदाहरण हैं Operating System Software और Assembler Software
Application Software :- Application Software का इस्तेमाल किसी भी तरह के एप्लीकेशन को बनाने के लिए किया जाता है जैसे कि MS Word, MS Excel
Utility Software - Utility Software का काम दोनों ही एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम को मैनेज करना है। इस Software के बिना यह दोनों सिस्टम एक साथ मिलकर काम नहीं कर पाएंगे। Utility Software के उदाहरण हैं Anti Virus और Disk Cleaner
System Software, Application Software, Utility Software को मिलाकर ही पूरा सॉफ्टवेयर सिस्टम बनाया जाता है। अगर एक भी चीज सही तरीके से काम ना करें तो कंप्यूटर उतनी कुशलतापूर्वक काम नहीं कर पाएगा जितनी कि उससे उम्मीद है।
अभी तक हमने कंप्यूटर के बारे में काफी ऐसी चीज जानी जो शायद पहले आपको ना पता हो। इस आर्टिकल का मुख्य उद्देश्य यही था कि आपको कंप्यूटर के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी दी जाए। हम आशा करते हैं आपको इस आर्टिकल से काफी मदद मिली होगी और आज आपको कंप्यूटर के बारे में कुछ ऐसी बातें जरूरी पता चली होगी जो आपको पहले न पता थी।