बाणासुर का किला Bansaur ka kila history hindi

Vijay Sagar Singh Negi
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बाणासुर का किला  की पौराणिक कथा Banasur ka kila history hindi

माना जाता है कि राजा बाली  का  सबसे बड़ा पुत्र बाणासुर एक शक्तिशाली राजा और भगवान शिव का  भक्त था । उसकी परम भक्ति से प्रसन्न होकर, एक दिन भगवान शिव बाणासुर के सामने प्रकट हुए और उसे हजार भुजाएँ देने का देने का वरदान  प्रदान कीं। वरदान प्राप्त करने के बाद, बाणासुर ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया और आकाश के साथ-साथ धरती पर भी तबाही मचाई। 

 यहां तक की अहंकारी बाणासुर ने भगवान शिव को चुनौती दी कि वे उस व्यक्ति का नाम बताएं जो उसे कड़ी टक्कर दे सकता है।  भगवान शिव ने बाणासुर को उसके  किले के पास  फहराने के लिए एक झंडा दिया और उससे कहा, जिस दिन यह झंडा  टूट जाएगा, तुम्हारा दावेदार आ जाएगा। समय बीतने लगा  और बाणासुर ने यह महसूस किया कि  उसकी बेटी शादी के योग्य हो गई है । 

चित्रलेखा, जिनके पास  अपारशक्ति थी उन्होंने राजकुमार अनिरुद्ध जो कि भगवान श्री कृष्ण के पोते थे उन्हें बाणासुर की पुत्री से मिलवाया । वह उसे नींद से अगवा कर उषा के पास ले आया। वे दोनों प्यार में पड़ गए और अगले 4 महीने खुशी खुशी साथ रहने लगे । एक दिन जब बाणासुर अपने राज्य का चक्कर लगा रहा था।

 उसने देखा कि वहां झंडापोश टूट गया था जोकि भगवान शिव ने बाणासुर को यह कह कर दिया थाा कि जिस दिन का झंडा टूटा उस दिन तुम जाना कि तुम्हारे बुलाओ बराबर कोई बलशाली  आ गया है   बाणासुर ने अपने सैनिकों को अपने राज्य में किसी भी कोई भी नहीं अजनबी  को खोज कर  अजनबी को  पकड़ कर अपने सामने लाने की मांग की।  उसने  अनिरुद्ध को कैद कर लिया।

 जब भगवान कृष्ण, बलराम और अन्य यादवों को पता चला कि क्या हुआ है, जब अनिरुद्ध का समाचार भगवान कृष्ण को पता चला तो उनके  और बाणासुर के बीच एक भयंकर युद्ध हुआ उन्होंने क्षेत्र के पूर्व नाम शोणितपुर की ओर प्रस्थान किया। भगवान कृष्ण अपने गेरुआ में आगे बढ़े और दुष्ट बाणासुर के साथ भयंकर युद्ध हुआ। अंत में, बाणासुर को भगवान कृष्ण ने मिटा दिया ।

बाणासुर का किला (tourist place in Uttarakhand)

 मध्यकालीन युग का यह किला  राजा बलि के हजार-सशस्त्र पुत्र बाणासुर की याद में बनाया गया था, जिन्हें भगवान कृष्ण ने मार दिया था। 


चंपावत जिले के लोहाघाट से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह किला अपनी पूरी महिमा में राजसी हिमालय की चोटियों को देखने के लिए एक आदर्श स्थान प्रदान करता है।

 वनसूर का किला, जिसे बाणासुर का किला  (tourist place in Uttarakhand) भी कहा जाता है। पहुंचने पर, यात्रियों को 2 किमी का पैदल रास्ता तय करने की जरूरत पड़ती है  जो बाणासुर का किला ( tourist place in Uttarakhand) तक ले जाएगा।