गोलू देवता की आज पूरी कहानी जानिए | Golu Devta History

NeGi
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गोलू देवता की आज पूरी कहानी जानिए | Golu Devta History 

जब हम उत्तराखंड में जाते हैं या प्रखंड में होते हैं तो अब से आपने गूलर के पेड़ के बारे में जरूर सुना होगा कि बोल देता है यहां के भगवान है यह हमारे भारत में काफी सारे भगवान है जैसे विष्णु भगवान शिवजी भगवान ब्रह्मा विष्णु महेश करना इतने सारे जैसे भगवान है,लेकिन उत्तराखंड में भी रोकता है एक ऐसे भगवान है जिन्हें सबसे पहले पूछा जाता है उसके पास ही अन्य भगवान को पूजा  जाता है |

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 तो यह आर्टिकल बहुत ही इंट्रेस्टिंग होने वाली है क्योंकि आज इस आर्टिकल में मैं आपको गोलू देवता के बारे में बताऊंगा मैं आप यह गोलू देवता का नाम गुरु चित्र कैसे पड़ा वह कैसे भगवान बने और क्यों लोगों ने आज तक इतना मानते हैं तो चलिए इस आर्टिकल को स्टार्ट करते हैं, दोस्तों कहा जाता है कि गोलू देवता का जन्म चंपावत में हुआ था तो गुरु के तक उसके बेटे थे झालुराई के बेटे थे झालुराई एक कत्यूरी राजा थे जो अयोध्या से चंपावत आए थे तो क्या होता है कि ना झालुराई की सात पत्नियां थी और सात पत्नियों में से उनकी कोई भी संतानें नहीं थी | 

तो झालुराई हमेशा यही टेंशन में रहते थे यह ग्रह संतान ही नहीं होगी तो मेरे राजपाल को कौन चलाएगा और मैं अपना मन से कैसे बड़ा होगा तो यहीं टेंशन है झालुराई रहना भगवान भैरव की तपस्या करते हैं और दोस्तों उस समय पर राजा-महाराजाओं के पास इतनी ज्यादा ताकत होती थी उनकी मन की शक्ति इतनी चिढ़ होती थी कि जब भी वे तपस्या करते थे तो भगवान उन को दर्शन ही देखते तो उस समय झालुराई ने गोलू देवता की तपस्या की  जिससे खुश होकर गोलू देवता ने झालुराई को दर्शन दिए है तथा उन्हें संतान होने का वरदान दिया |  

गोलू देवता का चमत्कार

दोस्तों समय बीतता जाता है और यही सोचते रहते हैं कि आखिर कब मुझे संतान मिलेगी जिससे को जरूर चाहते हैं वह जंगल जाते हैं तो दही फट जाता तब स्कूल लाइफ रहमान की जा सकती है तो सामने ही तालाब है तालाब में पानी पीने ले सकते हो तो जैसे पानी पीते हैं तो देखते हैं कि उनका चाहिए ठीक है और यह पूरा तो यह कहते हैं कि आप किससे बात कर रहे हो मैं तो नहीं जानती कि मैं यहां चाहिए अगर आप यहां पर क्या करूं कि जिससे आपको चाहिए अगर आपने ही तो कहते हैं उन लोगों को अलग करने की कोशिश करते हैं लेकिन जरूरत को अलग नहीं कर पाते लेकिन हो जाती है | 

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उत्साह को आराम से तो इतना परिसंघ ने कि यह तुमने कैसे कर दिया और तुम्हारा नाम है तुम कहां की हो तो उसके बाद झालुराई मुझे पूछते हैं कि आप कौन हो और यह कर रही हो तब वह कहती है कि मैंने पंच देवताओं की बहन कलिंगा हूं तो राजा कैसे अच्छा तो राजा उन्हें ना शादी के प्रस्ताव के बाद रखता है उसको राजा उनसे जाता है कि आप को इसलिए वह जिसको मैं काफी समय से ढूंढ रहा था फाइनली आप मुझे मिल गए तो कलिंगा जाती है विमान के प्रस्ताव तो पुरानी सकती हूं | 

लेकिन आपको पहले पंछी नेताओं से पूछना पड़ेगा अगर उन्हें एक सब्जेक्ट अपने दिमाग के साथ शादी करूंगी तो पंक्चर देवताओं को पता होता है कि व्याख्याता जन्म लेने वाले हैं और वैसे भी एक राज है जरूर आई है तो मुझे पता चलेगा को अनुमति देते हैं शादी के लिए और कदम से शादी कर लेती है अब जैसे ही चालू राय खन्ना से शादी करे उनको अपने राजमहल में जाते हैं तो सातों रानियां जल जाती है जो कहते हैं यह पत्नी के रूप में आ गई है , संतान हो जाती है तो जैसे झाड़ू है| 

वह सारे में फैल जाती है कि थरूर की पत्नी से संतान पैदा हो गई उस समय तो यह किसी दूसरे देश में जाकर नियुक्त हैं तो उनको पता होता है, लेकिन साथ को और उसके बाद मैं कपड़े में लपेटकर तक किसी को पता चल और यह ने एक बच्चे को जन्म दिया बच्चे को जन्म दिया है क्या होता है यह वह बीच में डाल लेते हैं, वहां पर करता है जिससे कि क्विज बच्चों को नुकसान नहीं कर पा रहा है और अगर यह बच्चे के बारे में राज्यों को पता चल गया तो राजा का हम सातवां राज्यों से जो प्रेम भाव है | 

गोलू देवता मंदिर क्यों प्रसिद्ध है?

तो फाइनली एक चीज वो क्या करते हैं वह टिफिन कपड़े से बात कर एक हफ्ते में रखकर नदी में बहा दिए थे अब गोलू देवता पक्षी अंदर होते हैं वह भी काफी अच्छा होता है कि वह राज्य का पक्ष होता है मतलब वह यौगिक तथा सुंदरता देखने में चिपके बाहर से सोना और हीरा मिला है इस वजह से तो सिद्धार्थ ने चीजों को साफ होता है तो देखता है इसके अंदर तक बच्चा पड़ा है और भाई जाता है कि जब वह बच्चे को खोलते हैं तो गोलू देवता की बॉडी स्कैनर प्रकाश निकलना था मतलब आप और में क्या होता है से बच्चे पैदा होते हैं तो और भेज दे कोई प्रकाश की किरण कोई ऐसा कुछ होता है लेकिन कॉलेज तकलीफ टिप आपने पूरा वाइट करके रोशनी चमक रही थी | 

 ऐसा लग रहा था कि जैसे साहेब भगवान है तो मशवरा सुविधा को देखता है उनको प्यार हुआ था वह उठाकर अपने घर ले जाता है अब क्या और चाहिए समय मिलता रहता है बेहतर रहता है और रोचकता बड़े हो जाते हैं अब गोलू देवता का नाम गोलू देवता क्यों पड़ा यह आपको बताना चाहूंगा असल में क्या है ना कि गोलू देवता बचपन से ही काफी गोल मटोल थे तो उनकी मां इनको प्यार से फॉलो करके बुलाती थी तो गुरु नाम पड़ने की वजह से इनको आज भी हम गुरु देखता ही चाहते हो मैं अब अब दोस्तों दिन काफी बीत चुके थे | 

वहीं झालुराई काफी परेशान थे क्योंकि आर्थिक पत्नी से भी उन्हें कोई बच्चा प्राप्त नहीं हुआ लेकिन क्या होता है कि जब गुप्ता जय दिन बड़े होने लगते हैं दुनिया सपने आने शुरू हो जाते हैं और वह अपने में देखते हैं कि उनके पिता झालरा हैं जो अभी कटोरी सपना जी के राजा है दूसरी कुरुक्षेत्र अपने मछुआरे तेजी से जाता है कि मुझे घड़ा दे दो ताकि मैं किसी घोड़े से राजभर में जा सकूं और चालू राय को यह सारी बातें बता सकूं कि मैं आपका बेटा हूं | 

 और आज मैं आपके साथ यह चीज हुई थी कि किस प्रकार आपको बेवकूफ बनाया गया तो वह मशहूर है जो है वो काफी करीब होता है वह यह है कि मै तुम खुराक पिलाई नहीं सकते हैं वैसे ही हम काफी मेहनत से समस्या पकड़कर अपना रोजी-रोटी करते हैं तो गुप्ता क्या होते हैं चमत्कारी होते हैं तो गुप्ता के पास में का घोड़ा होता है तो क्या होता है कि बलूचिस्तान के बाद चमत्कारी शक्तियां होती है | 

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 दूं क्या करते हैं कि काठ के घोड़े पर चमत्कारी शक्तियां सकते हैं और कार का अखाड़ा अखाड़ा बन जाता है और इस कुएं में बैठकर अपना राजमहल की तरह निकलते हैं तो क्या होता है कि जब गुप्ता राज महल की तरफ जा रहे हो तो बहुत देखे हैं जो साधु रानियां एक तालाब के किनारे राशि होती है तो जातक अपने जीवनमें एक साल आता है वह चाहते हैं कि क्यों ना इन सातों रानियों को सदस्य जाए ताकि राज्य में फिर से कभी अंधेरा कभी किसी के प्रति गलत ना कर सके तो जब तक चेक करते हैं | 

गोलू देवता का मंदिर कहां है

अपनी चमत्कारी शक्तियों से उसी अष्टमी घोड़े को कार्य पूरा बढ़ा देते हैं और उसको लेकर फिर तालाब के किनारे चाहते हैं अब क्या होता है कि वह तालाब के किनारे अपने घोड़े बड़ा पानी पिला रहे होते हैं तब गुस्सा दौरान हंसकर कहती है कि तुम्हे कोई टेंशन नहीं है तुम कैसे इस कार के घोड़े को पानी पिला रहे हो यह तक निर्जीव है तो वहीं 1957 से कहते हैं कि जब महारानी एक सिलबट्टे जाए पत्थर को जन्म दे सकती है तो क्या मेरा कार्य पूरा पानी पी सकता है 27 वां नै ना काफी लगी फील करते हैं और गोलू देवता की सिक्यॉरिटी चाहती है | 

दबी सेनापति आता है और उनको अपने साथ ले जाता है तो झालुराई चाहिए कि तुमने साथ उड़ानों का काफी पास उड़ाया है और ऐसा दुस्साहस यूनिक लुक रहा है तब प्रोजेक्टों को अपनी बातें बताते हैं वह कहते हैं कि आपने मेरा कितना समुद्र मांगी थी और जब तक यह कहा था कि आपके बर्थडे डालूंगा उसके बाद आपकी जो राज्य क्षीण उन्होंने सिल-बट्टे के वहां पर जा और मुझे बात पूछ कर नदी में बहा दिया लेकिन मेरी किस्मत अच्छी थी कि मुझे मछुआरे ने अपनी क्रांति को ये बात सुनकर राजा काफी क्रोधित होते हैं | 

उच्च करते ही सातों रानियों को जेल के अंदर डाल देते हैं लेकिन को देखता और उनकी माता की निंदा की वजह से ही राजा को छोड़ देते हैं तो तभी से गुरुदेव आपको न्याय का देवता कहा जाता है कहा जाता है कि गोलू देवता ने अपने दरबार में कभी भी किसी के साथ अन्याय नहीं किया और ना ही होने दिया पूर्व जब तक यह बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि को रोकता अभी भी उन जगहों पर है जुनून के मंदिर है अब क्या होता है कि जैसे आप थोड़ा सा मंदिर जाते हैं या चिमनी चाहते हैं गुल खेड़ा देवी मंदिर जाती है चंपावत दे कॉलेजों के मंदिर में जाते हैं | 

 तो वहां अगर आप सच्चे मन से चाहते हैं और गोलू देवता के प्रति आपकी अपार श्रद्धा है तो वहां आप इच्छा लिखकर उनको आधुनिक दीजिए वह कुल देवता की मूर्ति के सामने बैठकर उसको पड़ता है और खुली देखता सुनते हैं तो जितना इस टेंट रिएक्शन करते हैं आपकी लाइफ में जो भी प्रॉब्लम्स चकली है | 

 गोलू देवता उनका शीघ्र निवारण करते हैं तो दोस्तों मैं आपसे यही कहना चाहूंगा यह उस देवता ने कुमाऊं में इतने सारे न्याय वाले काम किया है इतने भक्तों की पुकार सुनी है जिस वजह से लोगों के प्रति उनके अपार श्रद्धा है| 

कहाँ से पहुंचे गोलू देवता मंदिर 

आपको बता दे की आप गोलू देवता मंदिर कैसे पहुंच सकते हो आपको हरिद्वार से काठगोदाम रेलवे स्टेशन आना है यह स्टेशन हल्द्वानी में पड़ता है यहाँ से आपको चम्पवात को जाना है जहा पर आपको गोलू देवता मंदिर मिलेगा और आपको गोलू देवता के दर्शन होंगे | 

हवाई जहाज से कैसे पहुंचे 

आपको सबसे नजदीकी हवाई अडडा जॉली ग्रांट हवाई पड़ेगा जो की ऋषिकेश  के बीचो बीच पड़ता है यहाँ से आपको प्राइवेट और सरकारी बसे ही मिलेगी | 

 इसी वजह से आज चुनाव में और पूरे उत्तराखंड में गोलू देवता की चर्चे में मंदिर है उम्मीद करता हूं कि यह आर्टिकल आपको काफी पसंद आई होगी अगर पसंद आई हो तो प्लीज लाइक और वेबसाइट में विजिट करते रहिये  और यदि आपको गोलू देवता के बारे में और जानना है तो प्लीज कमेंट जरूर कीजिए