स्वर्ग के रास्ते मे मौजूद रहस्मयी विशाल झरना वसुधारा झरना | Vasudhara Falls ka Rahshya

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स्वर्ग के रास्ते मे मौजूद रहस्मयी विशाल झरना वसुधारा झरना | (Vashudhara Falls ki Kahani)

नमस्कार दोस्तों आपका  स्वागत हमारे इस रोमांचक सफर में आज के इस सफर की सुरवात हम जिस जगह के बारे में जानकर करेंगे उस जगह की खूबसूरती की देश ही नहीं विदेशो में भी बहुत मान्यता है | कहा जाता है यह का पानी किसी भी पापी आदमी के ऊपर नहीं गिरता जी हा हम बात कर रहे है उत्तराखंड स्थित एक झरने की जिसका नाम वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) है ,पुराणों में इस झरने का व्याख्या है | 

स्वर्ग के रास्ते मे मौजूद रहस्मयी विशाल झरना | वसुधारा झरना |Vasudhara Falls ka rahasya
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वसुंधरा फॉल का रहश्य (Vasudhara Falls Ka Rahashya)

वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) समुधर ताल से 13500 फ़ीट ऊचा है, और यह फाल्स 400 फ़ीट उचाई से गिरता है | यह जगह उत्तराखंड के चमोली Distt में है और बदरीनाथ से लगभग 8 कम दुरी पर है,वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) का हमरे पुराणों में बहुत महत्व है, कहा  जाता है की पांडवो ने यही से ही अपनी स्वर्ग यात्रा शुरू की थी ,मान्यता के अनुसार इसी जगह पर 5 पांडवो और द्रोपती ने सवर्ग में प्रस्थान किया था | वसुंधरा फाल्स  यह भी कहा जाता है की इस झरने का  पानी किसी भी पापी मनुष्य के ऊपर नहीं गिरता है | वसुधार फाल्स का पानी जिस व्यक्ति के ऊपर गिरे उसे पुनिया आत्मा मन जाता है | 

स्वर्ग के रास्ते मे मौजूद रहस्मयी विशाल झरना वसुधारा झरना | Vashudhara Falls ka Rahshya
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वसुंधरा फाल्स में ही पांडवो के सबसे छोटे भाई सहदेव ने प्राण त्यागे थे और अर्जुन ने अपना गांडीव धनुष इसी स्थान पर त्यागा था| कहा जाता है इस झरने का नाम विष्णु का घर भी कहा जाता है क्युकी वाशु का मतलव विष्णु होता है और धरा का मतलब होता है जहा से पानी का बहाव हो ,एक कथा के अनुसार  यह पर अष्ट वाशु ने तपश्या की थी जिनका नाम (आप यानि अजय,धुव,सोम,धर,अनिल,अनल,प्रत्युष, और प्रभाष) इसी लिए इसका नाम वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) पड़ा |   

मान्यता के अनुसार जिस किसी के उपर वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) का एक भी बूद गिरे तो वह हमेसा निरोगी रहेगा | यहाँ भारत से ही नहीं दूर विदेशो से भी पर्यटक घूमने आते है | 

वसुंधरा फाल्स के अन्य रहस्य (Vasudhara Falls Ke Anya Rahsya)

वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) जाने से पहले आपको माना गऊ में आना होगा यही से पहले रहश्य आरभ होता है | अपने सरस्वती नदी  के बारे में सुना होगा पर कभी देखा नहीं होगा किन्तु अगर आप इस जगह आएंगे तो आपको यह पर सरस्वती नदी  दिखाई देगी | जो की इस जगह पर ही आगे जाकर कही खो जाती है | 

स्वर्ग के रास्ते मे मौजूद रहस्मयी विशाल झरना | वसुधारा झरना |Vasudhara Falls ka rahasya
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कहा जाता है जब वेद व्यास जी वेदो  की रचना कर रहे थे तो भगवान गणेश जी द्वारा लिखने पर सरस्वती नदी बहुत शोर कर रही थी जिसपे गणेश जी ने उन शांति से बहने को कहा किन्तु वह फिर भी नहीं मानी इस लिए गणेश भगवन ने उन यहाँ श्रॉफ दिया की तुम आज के बाद यह से आगे किसी को नहीं दिखाई दोगी तभी से यह नदी वही पर खो सही गयी है | 

इस जगह पर आपको एक बड़ा सा पत्थर का पुल भी मिलेगा जो की सरस्वती नदी के ऊपर है कहा जाता है की इस पुल को भीम ने बनया था क्युकी यह से आगे कोई जाने का स्थान नहीं था, इसलिए भीम जिसमे 100 हाथियों का धाम था उन्होंने यह पूल बांया ताकि पांडव स्वर्ग की यात्रा  यानि ववसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) पहुंच सके | 

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वसुंधरा फाल्स में और क्या क्या जगह है 

वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) के रिश्ते में आपको माना गओ,सरस्वती नदी,भीम पुल,व्यास गुफा,माँ द्रोपती का मंदिर,सतोपथ  देखने को मिलता है अगर आपको इन सभी जगह के बारे में भी जानकारी चहिये तो कमेंट में जरूर बातयेगा हम दूसरे आर्टिकल में यहाँ के बारे में जरूर लिखगे |  

वसुंधरा फाल्स किस जगह है 

 अगर आप बदरीनाथ जाता है तो जरूर आपको इस स्थान वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) में जरूर जाना किये यहाँ आपको स्वर्ग में होने का अहसास होगा | और आपको आकर अपने सरे दुःख भूल जायेगे आपको बता दे की यहाँ वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) जाने के लिए आपको बद्रीनाथ से 3km में माना विलेज आना होगा जहा पर आपको हिंदुस्तान की आखिरी दुकान  मिलेगी | 

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जिस हा अपने कही बार इस दुकान के बारे में सुना होगा इसी जगह से यह वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) 5km की दुरी  पर है | जो की एक पैदल मार्ग है | इसी लिए शायद बहुत से पर्यटक इसी जगह से वापस लोट आते है | यह का रास्ता पथरो से भरा हुआ है और इस रास्तो में बहुत सकरीला रास्ता है | 

वसुंधरा फाल्स कब आना किये 

वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) में आपको जब आप बद्रीनाथ ए यानि की मई से अक्टूबर में आना किये क्युकी अक्टूबर के बाद यहाँ पर बर्फ बरी होती है जिसके करना यहाँ का पर्वतीय रास्ता फिसलना भरा हो जाता जाता है | 

वसुंधरा फाल्स ऋषिकेश से कितनी दुरी पर है 

वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) आने के लिए आपको सबसे पहले ऋषिकेश रेलवे स्टेशन आना होगा अगर आपको ऋषिकेश तक की कोई ट्रैन नहीं मिलती तो आप हरिद्वार रेलवे स्टेशन आ सकते है यहाँ से आपको ऋषिकेश 30km तक पड़ेगा जहा पर आप बस में आ सकते है | 

उसके बाद आपको 286km पर ऋषिकेश से बद्रीनाथ  पड़ेगा जिस में आपको ऋषिकेश बस डिपो से बस मिल जाये इसके बाद यह कुल दुरी सिर्फ 8 Km पड़ जाएगी | बदीनाथ  से आपको कोई भी लोकल कन्वेंस मिल जायेगा जो आपको 3km माना गऊ में पहुंच देगा | यहाँ पर आपको वसुंधरा की 5km की पैदल यात्रा करनी होगी तो आपको जो यात्रा आप करीबन 3-4 Hours में पूरा कर सकते है तो आपको टोटल वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) हरिद्वार से वशुंधरा फाल्स 324 km तक पड़ेगा 

आज भुई हगामरे देश में ऐसी बहुत सी खूबसूरत जगह है जिसका वखान शब्दों में नहीं किया जा सकता है ,वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) भी इन्ही में से एक है हमसे जितना हो सकता था हमने आपको इस झरने के बारे में बतया | अगर आपको यह ब्लॉग वसुंधरा फाल्स (Vasudhara Falls) की का रहस्य अच्छा लगा तो कमेंट में जरूर बातना और ऐसे ही ब्लॉग को पड़ने के लिए नेगी उत्तराखंडी में विजिट करते रहिएगा |