सिनौली , बागपत का रहस्य Sinauli bagpath ka rahasya Secret of Sinauli

Vijay Sagar Singh Negi
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Sinauli bagpath ka rahasya

भारत की राजधानी  दिल्ली  से 80 किलोमीटर  दूर सनौली नाम  की एक ऐसी जगह  है जिसकी मिट्टी में काफी  रहस्य  दबे पाए गए हैं। 2018 के ASI रिसर्च  के अंदर सनौली  में दफन ऐसी कई प्राचीन चीजें  मिली हैं जिन्होंने ASI टीम  तथा हमारी सरकार दोनों के ही होश उड़ा दिए हैं। इन प्राचीन चीजों  के बारे में जानकर आप भी दंग रह जाएंगे।

सिनौली , बागपत का रहस्य Sinauli bagpath ka rahasya  Secret of Sinauli


आज हम सिनौली बागपत के रहस्य  के बारे में  चर्चा करेंगे और देखेंगे की ऐसी क्या रहस्यमई चीजें मिली है जिन्होंने सिनौली को "सीक्रेट ऑफ सिनौली" बनाया हैं।


सिनौली का रहस्य (Secret of sinauli)

 सिनौली का रहस्य (Secret of sinauli) डिस्कवरी चैनल  की एक ऐसी डॉक्यूमेंट्री  है जिसमें आपको सिनौली  के कुछ ऐसे रहस्य पता चलेंगे जिस पर विश्वास करना काफी मुश्किल हो जाएगा। इस डॉक्यूमेंट्री  को होस्ट करने वाले अभिनेता  काफी मशहूर है फिल्मी जगत  में उनका नाम है मनोज बाजपाई।

इस डॉक्यूमेंट्री  के अंदर उन सभी वस्तुओं को दिखाया जाएगा जो खुदाई में ASI टीम  को मिली थी। इन सभी वस्तुओं से हमें भारत का इतिहास  गहराई में जानने को मिलेगा सिनौली  में जो ऐतिहासिक वस्तुएं  पाई गए हैं उनमें सबसे रहस्यमय चीज  यह है कि यह सारी वस्तुएं सिंधु घाटी सभ्यता  की नहीं है।

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कार्बन डेटिंग  से यह बात सामने आई है कि यह सारी ऐतिहासिक चीजें  आज से 4000 साल  पहले की है यानी कि महाभारत काल  की और जिस प्रकार के कब्र तथा रथ पाए गए हैं वैसे महाभारत काल  के दौरान नहीं बनते थे।


प्रश्न अब यह उठता है कि यह सारी वस्तुएं तब आई कहां से? रिसर्च में ए.एस.आई  को पता चला कि यह सारी चीजें वैदिक कल्चर  से काफी मेल खा रही है लेकिन अभी भी यह एक सवाल ही है कि सिंधु घाटी सभ्यता  में वैदिक कल्चर  से जुड़ी चीजें आई कहां से।

 Sinauli archaeological site

Sinauli archaeological site स्थित है उत्तर प्रदेश  के अंदर यमुना नदी  के पास। जब इस जगह पर Archaeological Survey of India (ASI) जांच करने आई तब उन्हें कांस्य युग यानी कि Bronze Age की वस्तुएं मिली जिसमें शामिल है पहिए, जमीन में गड़े कब्र, मिट्टी तथा तांबे से बने बर्तन, घोड़ा गाड़ी जैसी वस्तुएं 

Sinauli archaeological site पर जो कब्र मिले थे उनके अंदर युद्ध  में इस्तेमाल होने वाले काफी पुराने औजार  पाए गए थे जो उस समय के हिसाब से काफी एडवांस  बताए जाते हैं।

 Sinauli history

सिनौली का रहस्य  लोगों के सामने 2004 में ही आ चुका था जब किसानों को हल  चलाते हुए जमीन के अंदर कुछ प्राचीन चीजें  मिली जो वर्तमान काल से काफी अलग थी। इसके बाद ही ASI टीम को बुलाया गया सिनौली का इतिहास  पता करने के लिए। जब ASI टीम ने सिनौली में उत्खनन  किया तब वहां पर 116 लोगों  का कंकाल मिला जिसमें कई औरतों के कंकाल भी थे। औरतों के कंगाल में कई युद्ध के सामान भी मिले जो इस बात की पूर्ति करते हैं कि वे कोई सामान औरतें नहीं थी वे आज से 4000 साल पहले की वीर योद्धाएं  थी।

इतने दफन कंकाल  मिलने के बाद ASI ने इस जगह को कब्रिस्तान सिद्ध करके अपनी खुदाई को 2006 में ही बंद कर दिया था।खुदाई बंद होने के बाद यह मामला ठंडा पड़ गया और फिर सिनौली  के बारे में ज्यादा चर्चा होनी बंद हो गई लेकिन 2018 में एक और घटना सामने आई। जब सिनौली  के किसान खेती कर रहे थे तब उन्हे जमीन में कुछ प्राचीन बर्तन  मिले। 

जब ASI  को यह बात पता चली तो वहां पर खुदाई  फिर से शुरू की गई और फिर से सिनौली  सुर्खियों में आ गई। इस बार भी सिनौली  में काफी प्राचीन वस्तुएं पाई गई जो उस वक्त के समय से काफी एडवांस मानी जाती हैं।यह वस्तुएं अभी भी एक रहस्य  है सिनौली  के लोगों के लिए और कोई नहीं जानता यह रहस्य  कब सुलझेगा।

 Sinauli excavation

 सिनौली के उत्खनन  के वक्त काफी रहस्यमई चीजें  सामने आए थी। सबसे रहस्यमय  वस्तु जो ASI टीम  तथा सिनौली के गांव वालों के सामने आया वह था घोड़े से चलने वाला रथकार्बन डेटिंग से पता चला कि वह रथ उस वक्त का है जब घोड़े से चलने वाले रथ बनते ही नहीं थे। उस वक्त के रथों को बैल  चलाते थे। यह रथ काफी एडवांस  था तथा आजकल के रथ से मिलता-जुलता भी था।

उत्खनन के वक्त कई कब्र ऐसे भी मिले थे जिनमें महिलाएं योद्धाओं  के पैर काट के दफन किए गए थे। यह कब्र इस बात का प्रमाण है कि आज से 4000 वर्ष पहले  भी महिलाएं योद्धा  हुआ करती थी।ASI को प्राचीन काल  के कुछ ताबूत भी मिले जिस के ऊपरी भाग में कुछ प्राचीन कलाकृतियां  बनी थी। वह देखने में काफी रहस्यमय लग रही थी।

जमीन के अंदर कुछ कब्र ऐसे भी थे जिनमें से तलवारे तथा युद्ध  का सामान बरामद हुआ। युद्ध के सामान की संख्या काफी ज्यादा बताई जा रही है और ऐसा भी कहा जाता है कि काफी अलग-अलग जगह से ये युद्ध के सामान बरामद हुए थे। इससे यह पता चलता है कि उस वक्त जो भी सभ्यता  यहां पर रहती थी वे योद्धाओं  की थी।

कब्रो के नीचे कुछ खुफिया चेंबर  भी मिले हैं। ऐसा अनुमान लगाया गया है कि इन चेंबर का उपयोग युद्ध के वक्त खुफिया सुरंग  के तौर पर हुआ करता होगा।

 sinauli ki khoj

सिनौली की खोज  नें हमारा पूरा इतिहास ही बदल कर रख दिया है। इस खोज का निष्कर्ष क्या निकलेगा अभी यह कोई नहीं जानता लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस खोज से हमारे इतिहास पर जरूर एक बहुत बड़ा असर पड़ेगा।

ऐसा भी हो सकता है कि हमारा इतिहास  पूरी तरह से बदल जाए और हम एक नई सभ्यता के बारे में जाने जो कि सिंधु घाटी सभ्यता  से काफी अलग हो।यह सारी रहस्यमई बातें जानना काफी दिलचस्प होगा।

आशा करते हैं आपको आज का यह आर्टिकल Sinauli bagpath ka rahasya (Secret of Sinauli)  पसंद आया हो तथा सिनौली और वहां की खोज से जुड़ी काफी जानकारी प्राप्त हुई हो। भारत की प्राचीन सभ्यता के बारे में जानना हमारा कर्तव्य है तथा हर नागरिक को हमारा भारतीय इतिहास  पढ़ना चाहिए।